कक्षा 12वीं सेटअप परीक्षा क्यों जरूरी है?
BSEB Class 12th sent up exam 2025 Physics Objective Subjective Answer Key: कक्षा 12वीं की सेटअप परीक्षा, जिसे बिहार बोर्ड के तहत फाइल परीक्षा भी कहा जाता है, एक महत्वपूर्ण परीक्षा है। यह परीक्षा मुख्य रूप से इसलिए ली जाती है ताकि छात्र कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में बैठने के योग्य हो सकें। अगर कोई छात्र सेटअप परीक्षा नहीं देता है, तो उसका कक्षा 12वीं में नामांकन नहीं हो पाता और उसका एक साल बर्बाद हो सकता है। इसलिए इस परीक्षा में भाग लेना बहुत जरूरी है।
अगर सेटअप परीक्षा नहीं दी तो क्या होगा?
यदि छात्र कक्षा 12वीं की सेटअप परीक्षा में भाग नहीं लेते हैं तो उनका नामांकन अगले साल की कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में नहीं होगा, और ऐसे में उनका पूरा साल व्यर्थ हो सकता है। इस कारण, यह परीक्षा देने से कक्षा 12वीं की मुख्य परीक्षा में बैठने का रास्ता खुलता है।
कक्षा 12वीं सेटअप परीक्षा का प्रश्नपत्र कहां से आता है?
कक्षा 12वीं सेटअप परीक्षा का प्रश्नपत्र बिहार बोर्ड द्वारा तैयार किया जाता है। यह प्रश्नपत्र जिला शिक्षा विभाग को भेजा जाता है और फिर जिलास्तर से इसे स्कूलों तक भेजा जाता है। इस प्रक्रिया के बाद, स्कूलों में परीक्षा आयोजित होती है।
BSEB Class 12th sent up exam 2025 Physics Objective Subjective Answer Key
एडमिट कार्ड कब जारी होता है?
कक्षा 12वीं की सेटअप परीक्षा के लिए बिहार बोर्ड द्वारा कोई एडमिट कार्ड जारी नहीं किया जाता है, क्योंकि यह परीक्षा स्कूल स्तर पर होती है। यह एक प्रकार की आंतरिक परीक्षा होती है, जो मुख्य परीक्षा से पहले छात्रों के ज्ञान की जांच के लिए आयोजित की जाती है।
कक्षा 12वीं सेटअप परीक्षा का एग्जाम सेंटर क्या होता है?
कक्षा 12वीं सेटअप परीक्षा का आयोजन उसी स्कूल में किया जाता है, जहां छात्र पढ़ाई कर रहे होते हैं। परीक्षा का आयोजन किसी अन्य स्कूल में नहीं होता, बल्कि छात्र जिस स्कूल में नामांकित होते हैं, वहीं परीक्षा केंद्र होता है।
कॉपी कहां जांची जाती है?
कक्षा 12वीं सेटअप परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच स्कूल के ही शिक्षक करते हैं, जो उस समय स्कूल में कार्यरत होते हैं।
कक्षा 12वीं सेटअप परीक्षा में कितने छात्र शामिल होते हैं?
हर साल कक्षा 12वीं सेटअप परीक्षा में लगभग 16 लाख से अधिक छात्र शामिल होते हैं, जिनमें से करीब 1 लाख छात्र किसी कारणवश परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो पाते हैं।
CLASS 12TH sent up exam 2025
SESSION 2023-25
SUBJECT/CODE Physics-117
EXAM DATE 11/11/2024
SITTING 1st SHIFT
TIME 09:30 AM-12:45 PM
BSEB Class 12th sent up exam 2025 Physics Objective Subjective Answer Key
BSEB Class 12th sent up exam 2025 Physics Objective Subjective Answer Key
1-A 26-B 51-D
2-D 27-A 52-C
3-B 28-A 53-D
4-C 29-B 54-D
5-B 30-B 55-C
6-B 31-B 56-C
7-A 32-B 57-B
8-C 33-A 58-C
9-A 34-B 59-C
10-B 35-B 60-A
11-C 36-B 61-A
12-C 37-A 62-A
13-A 38-B 63-D
14-D 39-D 64-C
15-B 40-B 65-A
16-B 41-A 66-A
17-B 42-C 67-A
18-A 43-B 68-A
19-B 44-A 69-A
20-C 45-D 70-D
21-B 46-B
22-A 47-B
23-C 48-A
24-D 49-B
25-A 50-B
प्रश्न संख्या 1 से 20 लघु उत्तरीय हैं । किन्हीं 10 प्रश्नों के उत्तर दें। प्रतेक के लिए 2 अंक निर्धारित है:
1.परावैद्युत शक्ति तथा आपेक्षिक परावैद्युतांक को परिभाषित करें।
Ans– परावैद्युत शक्ति : वैद्युत क्षेत्र का तीव्रता का वह अधिकतम मान जहाँ तक परावैद्युत माध्यम अचालक बना रहता है, परावैद्युत शक्ति कहलाता है।आपेक्षिक परावैद्युतांक : किसी माध्यम का परावैद्युतांक और निर्वात के परावैद्युतांक के अनुपात को माध्यम का सापेक्ष परावैद्युतांक कहा जाता है। अर्थात् εr=εε0
3. किसी चालक की धारिता से आप क्या समझते हैं? चालक की कारकों को लिखें।
Ans– उत्तर- किसी चालक की धारिता उसे दिए गए आवेश तथा इस आवेश के कारण उसके विभव में होने वाली वृद्धि के अनुपात को कहते है, अर्थात मात्रक विभव में वृद्धि के लिए दिए गए आवेश की मात्रा को उस चालक की धारिता कहते है। चालक की धारिता को बढ़ाने वाले दो कारक ये रहे: चालक का क्षेत्रफल, चालक के आस-पास के माध्यम का परावैद्युतांक.
4. ऐम्पियर का परिपथीय नियम क्या है?
Ans – ऐम्पियर का परिपथीय नियम कहता है कि किसी बंद सतह से गुजरने वाला चुंबकीय फ्लक्स (B), उस सतह के भीतर से गुजरने वाली कुल धारा (I) का μ₀ (चुंबकीय स्थिरांक) के साथ गुणनफल के बराबर होता है। यह नियम चुंबकीय क्षेत्र के लिए गॉस के नियम जैसा कार्य करता है, जैसा विद्युत क्षेत्र के लिए गॉस का नियम होता है।
5. लेंस की क्षमता की परिभाषा और इसका SI मात्रक क्या है?
Ans– लेंस की क्षमता, लेंस की फोकस-दूरी के व्युत्क्रम के बराबर होती है। इसका SI मात्रक मीटर^-1 (m⁻¹) होता है। लेंस की क्षमता का एक अन्य मात्रक डाइऑप्टर (D) होता है। एक डाइऑप्टर उस लेंस की क्षमता होती है, जिसकी फोकस-दूरी एक मीटर हो।
6. भँवर धारा क्या है? इसके दो अनुप्रयोग लिखें।
Ans– भँवर धारा (Eddy Current) तब उत्पन्न होती है जब किसी चालक में परिवर्तित चुंबकीय क्षेत्र के कारण उसमें विद्युत धारा बहने लगती है। यह धारा चालक के भीतर चुम्बकीय क्षेत्र द्वारा उत्पन्न होती है और बाहरी चुंबकीय क्षेत्र के परिवर्तन का विरोध करती है। इसके कुछ अनुप्रयोग निम्नलिखित हैं:
7. वाटहीन धारा क्या है?
Ans – जब किसी प्रत्यावर्ती धारा (AC) परिपथ में केवल शुद्ध प्रेरकत्व (Inductance) या शुद्ध धारिता (Capacitance) होती है और परिपथ का प्रतिरोध शून्य होता है, तो उस परिपथ में प्रवाहित धारा को वाटहीन धारा कहते हैं। ऐसी धारा से कोई वास्तविक कार्य (जैसे यांत्रिक कार्य या ताप) नहीं होता है, क्योंकि यह केवल परिपथ में ऊर्जा का आदान-प्रदान करती है, उसे नहीं खर्च करती।
10. ब्रूस्टर का प्रकाश ध्रुवण का नियम क्या है?
Ans– ब्रूस्टर का नियम कहता है कि जब आपतित प्रकाश का आपतन कोण उस माध्यम के अपवर्तनांक (refractive index) के बराबर होता है, तो परावर्तित प्रकाश पूरी तरह से समतल ध्रुवीकृत हो जाता है। इसका अर्थ है कि जब परावर्तित और अपवर्तित कोणों के बीच का कोण 90° हो, तब अधिकतम ध्रुवीकरण होता है। इस स्थिति को ब्रूस्टर कोण कहते हैं।
11. व्योम तरंगों और आकाशीय तरंगों की व्याख्या करें।
Ans– व्योम तरंग– रेडियो तरंगें जो आयनमंडल से परावर्तित या अपवर्तित होकर पृथ्वी पर वापस आती हैं। इस प्रकार के संचार में पृथ्वी की वक्रता कोई बाधा नहीं डालती, जिससे अंतरमहाद्वीपीय संचार संभव होता है।
आकाशीय तरंग– ये तरंगें सीधे प्रेषक एंटीना से या संचार उपग्रह से परावर्तित होकर प्राप्तकर्ता एंटीना तक पहुंचती हैं। इसे आकाशीय तरंग संचार कहते हैं, जो रेडियो तरंगों का उपग्रहों के माध्यम से संचरण होता है.
12. P-प्रकार और N-प्रकार अर्धचालक में अंतर बताएं।
Ans– P-प्रकार अर्धचालक- इसमें अतिरिक्त छिद्र (होल्स) होते हैं जो उच्च विभव से निम्न विभव की ओर गतिमान होते हैं। इसमें अशुद्धियाँ “ग्राही परमाणु” के रूप में होती हैं, जो छिद्रों को उत्पन्न करती हैं।
N-प्रकार अर्धचालक – इसमें अतिरिक्त इलेक्ट्रॉन होते हैं जो निम्न विभव से उच्च विभव की ओर प्रवाहित होते हैं। इसमें अशुद्धियाँ “दाता परमाणु” के रूप में होती हैं, जो अतिरिक्त इलेक्ट्रॉन प्रदान करती हैं।
13. ट्रांजिस्टर का आधार क्यों अल्प मादित होता है?
Ans– ट्रांजिस्टर के आधार क्षेत्र को पतला और कम डोपित इसलिए किया जाता है ताकि केवल कुछ आवेश वाहक (इलेक्ट्रॉन या होल्स) ही आधार में प्रवेश करें और वे उत्सर्जक और संग्राहक क्षेत्र में प्रवाहित हो सकें। यदि आधार मोटा और अधिक डोपित होगा, तो अधिक आवेश वाहक आपस में मिल जाएंगे और संग्राहक क्षेत्र में कम आवेश वाहक पहुंचेगे, जिससे ट्रांजिस्टर की दक्षता घट जाएगी।
प्रश्न संख्या 21 से 26 दीर्घ उत्तरीय हैं । किन्हीं 3 प्रश्नों के उत्तर दें। प्रतेक के लिए 5 अंक निर्धारित है:
नीचे दिए गए लिंक से आप सब्जेक्टिव प्रश्न का उत्तर PDF फॉर्मेट में डाउनलोड कर सकते है ।
PHYSICS SUBJECTIVE ANSWER PDF DOWNLOAD
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Deepak एक अनुभवी कंटेंट लेखक हैं, जिनके पास 2 सालों का लेखन अनुभव है। वे Sarkari Yojana, Exam और Results, Sarkari Job के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखते हैं। उनके लेख स्पष्ट, सटीक और पाठकों के लिए बेहद उपयोगी होते हैं।